अब WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन
(Saumya Swaminatahan) ने बड़ी बात कही है.
सौम्या ने कहा कि देश में संक्रमण और मौत के
मामले बेहद परेशान करने वाले हैं.
स्वामीनाथन ने सरकार से कहा है कि वो संक्रमण
और मौत की असल संख्या को सामने लाए.
एएनआई के साथ बातचीत के दौरान स्वामीनाथन
ने कहा कि हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवेल्यूएशन की ओर
से अगस्त तक 10 लाख की संभावित मौतों का
प्रोजेक्शन फिलहाल मौडूद मॉडल्स और डेटा पर
आधारित है और इसमें बदलाव हो सकता है.
इसके साथ ही WHO की टेक्निकल लीड ने एक
प्रेस ब्रीफिंग के जरिए बताया कि पिछले साल भारत
में कोरोना वायरस के जिस स्ट्रेन की पहचान हुई, वो
दुनिया भर में चिंता का विषय बना हुआ है.दरअसल
B.1.617 वैरिएंट वायरस का चौथा ऐसा स्ट्रेन बन
गया है जिसे वैश्विक चिंता के रूप में कैटेगराइज
किया गया है.
इसके साथ ही स्वामीनाथन ने जीनोम सीक्वेंसिंग
का मामला भी उठाया और कहा कि डेटा को लेकर
जारगरूरकत जरूरी है क्योंकि उसके बिना सही
नीतियां नहीं बन पाती और लोग सिर्फ कोविड नहीं
बल्कि दूसरी बीमारियों की वजह से भी मर रहे हैं,
क्योंकि उन्हें हेल्थकेयर सही वक्त पर नहीं मिल पा
रही है.
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