Wednesday, May 12, 2021

बीदर डी.एस.पी ने लॉकडाउन प्रतिबंध के संबंध में सीपीआई और पीएसआई के साथ की बैठक

बसवेश्वर हीरा डी.एस.पी बीदर  

कर्नाटक राज्य : 
बीदर श्री बसवेश्वर हीरा डीवाई.एस.पी बीदर सभी सहयोगी मल्लम्मा चौबे सीपीआई, यशवंत सीपीआई और श्रीनिवास सी.पी.आई,
संतोष पी.एस.आई,  न्यू टाउन पीएस, कुमारी संगति पी.एस.आई और अन्य  बीदर तालुका पी.एस अधिकारी को आदेश दीया गया!

नागरिक से गंदी भाषा का प्रयोग न करें नागरिक के साथ सहयोग करें, एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में उन्हें विभाग के साथ सहयोग करना चाहिए, 

मेडिकल अस्पताल और आवश्यक सेवा 24 घंटे, आपातकाल के मामले में अनुमति लें और जाएं यदि कोई पुलिस कांस्टेबल गंदी भाषा का इस्तेमाल करता है तो आप वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं 
पिछली रात कर्नाटक राज्य की सीमा  राज्य की सीमा को भी सील कर दिया गया है! 

यदि वाहनों की अनावश्यक आवाजाही लोगों की तो दिशानिर्देश के अनुसार हम सार्वजनिक सुरक्षा के लिए काम कर रहे, इसे समझें और इसमें सहयोग करें, यदि कोई भी आवश्यक हो तो वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा करके परिवर्तन किए जाएंगे,
यदि कोई दिशा-निर्देश उलंघान कर्ने पे उस पर सख्त कार्य और वाहन को भी जब्त कर दी जाएगी!

खुसरू अहमद
बीदर, कर्नाटक

बीदर डी.एस.पी ने लॉकडाउन प्रतिबंध के संबंध में सीपीआई और पीएसआई के साथ की बैठक

बसवेश्वर हीरा डी.एस.पी बीदर  

कर्नाटक राज्य : 
बीदर श्री बसवेश्वर हीरा डीवाई.एस.पी बीदर सभी सहयोगी मल्लम्मा चौबे सीपीआई, यशवंत सीपीआई और श्रीनिवास सी.पी.आई,
संतोष पी.एस.आई,  न्यू टाउन पीएस, कुमारी संगति पी.एस.आई और अन्य  बीदर तालुका पी.एस अधिकारी को आदेश दीया गया!

नागरिक से गंदी भाषा का प्रयोग न करें नागरिक के साथ सहयोग करें, एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में उन्हें विभाग के साथ सहयोग करना चाहिए, 

मेडिकल अस्पताल और आवश्यक सेवा 24 घंटे, आपातकाल के मामले में अनुमति लें और जाएं यदि कोई पुलिस कांस्टेबल गंदी भाषा का इस्तेमाल करता है तो आप वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं 
पिछली रात कर्नाटक राज्य की सीमा  राज्य की सीमा को भी सील कर दिया गया है! 

यदि वाहनों की अनावश्यक आवाजाही लोगों की तो दिशानिर्देश के अनुसार हम सार्वजनिक सुरक्षा के लिए काम कर रहे, इसे समझें और इसमें सहयोग करें, यदि कोई भी आवश्यक हो तो वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा करके परिवर्तन किए जाएंगे,
यदि कोई दिशा-निर्देश उलंघान कर्ने पे उस पर सख्त कार्य और वाहन को भी जब्त कर दी जाएगी!

खुसरू अहमद
बीदर, कर्नाटक

दिल्ली के दो शाही इमामों ने की खास अपील- घर में ही अदा करें ईद की नमाज



दिल्ली की दो ऐतिहासिक मस्जिदों के शाही इमामों
ने सोमवार को अलग अलग वीडियो जारी कर
मुस्लिम समुदाय से कोरोना वायरस महामारी की
वजह से आगामी ईद-उल-फितर की नमाज घर
में ही अदा करने की अपील की. जामा मस्जिद
के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी और चांदनी
चौक स्थित फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती
मुकर्रम अहमद ने वीडियो में मुसलमानों से अपील
की है कि वे कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए ईद की नमाज घर में ही पढ़ें.


बता दें ईद का त्यौहार गुरुवार या शुक्रवार
को पड़ सकता है जो चांद नजर आने पर निर्भर
करता है. बुखारी ने कहा कि इस वक्त कोरोना पूरे
मुल्क में तेजी से फैल चुका है और यह वायरस बड़ी
संख्या में लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. यह
ऐसा कयामत का मंजर है जो हमने और आपने
अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखा.

WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन





भारत में कोविड (Covid-19) के हालात को लेकर
अब WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन
(Saumya Swaminatahan) ने बड़ी बात कही है.

सौम्या ने कहा कि देश में संक्रमण और मौत के
मामले बेहद परेशान करने वाले हैं.

स्वामीनाथन ने सरकार से कहा है कि वो संक्रमण
और मौत की असल संख्या को सामने लाए.
एएनआई के साथ बातचीत के दौरान स्वामीनाथन
ने कहा कि हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवेल्यूएशन की ओर
से अगस्त तक 10 लाख की संभावित मौतों का
प्रोजेक्शन फिलहाल मौडूद मॉडल्स और डेटा पर
आधारित है और इसमें बदलाव हो सकता है.

इसके साथ ही WHO की टेक्निकल लीड ने एक
प्रेस ब्रीफिंग के जरिए बताया कि पिछले साल भारत
में कोरोना वायरस के जिस स्ट्रेन की पहचान हुई, वो
दुनिया भर में चिंता का विषय बना हुआ है.दरअसल
B.1.617 वैरिएंट वायरस का चौथा ऐसा स्ट्रेन बन
गया है जिसे वैश्विक चिंता के रूप में कैटेगराइज
किया गया है.

इसके साथ ही स्वामीनाथन ने जीनोम सीक्वेंसिंग
का मामला भी उठाया और कहा कि डेटा को लेकर
जारगरूरकत जरूरी है क्योंकि उसके बिना सही
नीतियां नहीं बन पाती और लोग सिर्फ कोविड नहीं
बल्कि दूसरी बीमारियों की वजह से भी मर रहे हैं,
क्योंकि उन्हें हेल्थकेयर सही वक्त पर नहीं मिल पा
रही है.

WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन





भारत में कोविड (Covid-19) के हालात को लेकर
अब WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन
(Saumya Swaminatahan) ने बड़ी बात कही है.

सौम्या ने कहा कि देश में संक्रमण और मौत के
मामले बेहद परेशान करने वाले हैं.

स्वामीनाथन ने सरकार से कहा है कि वो संक्रमण
और मौत की असल संख्या को सामने लाए.
एएनआई के साथ बातचीत के दौरान स्वामीनाथन
ने कहा कि हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवेल्यूएशन की ओर
से अगस्त तक 10 लाख की संभावित मौतों का
प्रोजेक्शन फिलहाल मौडूद मॉडल्स और डेटा पर
आधारित है और इसमें बदलाव हो सकता है.

इसके साथ ही WHO की टेक्निकल लीड ने एक
प्रेस ब्रीफिंग के जरिए बताया कि पिछले साल भारत
में कोरोना वायरस के जिस स्ट्रेन की पहचान हुई, वो
दुनिया भर में चिंता का विषय बना हुआ है.दरअसल
B.1.617 वैरिएंट वायरस का चौथा ऐसा स्ट्रेन बन
गया है जिसे वैश्विक चिंता के रूप में कैटेगराइज
किया गया है.

इसके साथ ही स्वामीनाथन ने जीनोम सीक्वेंसिंग
का मामला भी उठाया और कहा कि डेटा को लेकर
जारगरूरकत जरूरी है क्योंकि उसके बिना सही
नीतियां नहीं बन पाती और लोग सिर्फ कोविड नहीं
बल्कि दूसरी बीमारियों की वजह से भी मर रहे हैं,
क्योंकि उन्हें हेल्थकेयर सही वक्त पर नहीं मिल पा
रही है.

Monday, May 10, 2021

Ekhabar.in






http://www.ekhabar.in/state-news/the-effort-by-the-mother-teresa-foundation-r-to-bidar-market-police-station-and-staff-received-the-award-for-hard-work/

Ekhabar.in






http://www.ekhabar.in/state-news/the-effort-by-the-mother-teresa-foundation-r-to-bidar-market-police-station-and-staff-received-the-award-for-hard-work/

Saturday, May 8, 2021

MCH HOSPITAL






Bidar : 100 Bedded MCH hospital Incharge Dr Sohail with Staff 

Click the Link to Open

Friday, May 7, 2021

कोरोना का कहर दूसरी बीमारियों के पीड़ितों का उपचार प्रभावित टाले जा रहे हैं ऑपरेशन

जबलपुर से इन्‍द्रजीत कोष्‍टा की रिपोर्ट -  
अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के भर्ती होने से अन्य गंभीर रोगों के इलाज के लिए यहां-वहां भटकने की नौबत

क्लीनिक बंद होने से भी बढ़ गई समस्या

कोरमा का कहर दूसरी बीमारियों के पीड़ित उपचार के लिए भटक रहे हैं दूसरी लहर में संक्रमित बढ़ने पर सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में तेजी से कोविड-19 बेड बढ़ाए गए ज्यादातर अस्पतालों में कोविड-19 भर्ती किए जाने से अन्य बीमारियों के पीड़ितों को जांच व उपचार कराने में परेशानी हो रही है सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों की भीड़ है निजी अस्पतालों की ओपीडी और क्लीनिक में कई डॉक्टर बैठ नहीं रहे इससे रूटीन जांच कराने वाले बीपी डायबिटीज गायनिक मरीज भी की मुश्किलें बढ़ गई हैं ऑपरेशन टलने और बिना परीक्षण दवा की खुराक लिख दिए जाने से कई मरीजों की हालत घर में बिगड़ रही है अस्पताल non-govt मरीज को आसानी से भर्ती नहीं कर रहे हैं


कोरोना का कहर दूसरी बीमारियों के पीड़ितों का उपचार प्रभावित टाले जा रहे हैं ऑपरेशन

जबलपुर से इन्‍द्रजीत कोष्‍टा की रिपोर्ट -  
अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के भर्ती होने से अन्य गंभीर रोगों के इलाज के लिए यहां-वहां भटकने की नौबत

क्लीनिक बंद होने से भी बढ़ गई समस्या

कोरमा का कहर दूसरी बीमारियों के पीड़ित उपचार के लिए भटक रहे हैं दूसरी लहर में संक्रमित बढ़ने पर सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में तेजी से कोविड-19 बेड बढ़ाए गए ज्यादातर अस्पतालों में कोविड-19 भर्ती किए जाने से अन्य बीमारियों के पीड़ितों को जांच व उपचार कराने में परेशानी हो रही है सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों की भीड़ है निजी अस्पतालों की ओपीडी और क्लीनिक में कई डॉक्टर बैठ नहीं रहे इससे रूटीन जांच कराने वाले बीपी डायबिटीज गायनिक मरीज भी की मुश्किलें बढ़ गई हैं ऑपरेशन टलने और बिना परीक्षण दवा की खुराक लिख दिए जाने से कई मरीजों की हालत घर में बिगड़ रही है अस्पताल non-govt मरीज को आसानी से भर्ती नहीं कर रहे हैं