Saturday, December 4, 2021

Omicron' in Gujarat भारत में ओमिक्रॉन का मिला तीसरा केस, जिम्बाब्वे से लौटा व्यक्ति संक्रमित

देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट 'ओमिक्रान' के मामले बढ़ने लगे हैं. भारत में 'ओमिक्रान' का तीसरा मामला पाया गया है.


Manoj Kumar
Additional Health Secretary, GUJRAT


 जिम्बाब्वे से लौटा गुजरात के जामनगर शहर का 72 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना वायरस के नए स्वरूप 'ओमिक्रान' से संक्रमित पाया गया है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को यह जानकारी दी. स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि इस व्यक्ति के गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद उसका नमूना जीनोम जांच के लिए भेजा गया था.


"OMICRON"


बता दें इससे पहले कर्नाटक में दो व्यक्ति कोरोना वायरस के इस 'ओमिक्रॉन' वेरिएंट से संक्रमित मिले थे. दोनों संक्रमित पुरुष हैं और उनकी उम्र 66 व 46 साल है. उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण पाए गए हैं.

Khusru Ahmed
Bidar

Thursday, December 2, 2021

Health minister GOK Sudhakar on omicron virus



OMICRON VIRUS GUIDELINES GOK

Health minister GOK Sudhakar on omicron virus



OMICRON VIRUS GUIDELINES GOK

महाराष्ट्र म॑ दौक्षेण अफ्रीका से लौटा शख्स निकला कोरोना पॉजिटिव


OMICRON SCARE : महाराष्ट्र म॑ दौक्षेण अफ्रीका से लौटा शख्स निकला कोरोना पॉजिटिव 

दक्षिण अफ्रीका (CAPE TOWN) से महाराष्ट्र के ठाणे (Thane of Maharashtra) लौटा एक शख्स कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) निकला है. ये शख्स दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन (Cape Town) शहर से पहले दिल्‍ली आया फिर वहां से ठाणे के डोम्बीवली पहुंचा. कल्याण डोम्बीवली नगर निगम की चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रतिभा पान पाटिल  इसकी पुष्टि की है. 

डॉ पाटिल के मुताबिक ये शख्स बीते 24 नवंबर को यहां आया था. जांच के बाद वो कोरोना पॉजिटिव निकला. फिलहान नगर निगम ने उसे क्वांरटीन में रखा हुआ है और उसके संपर्क में आने वाले लोगों को ट्रेस किया जा रहा है. इस बीच उसके भाई की कोविड रिपोर्ट निगेटिव निकली है.

महाराष्ट्र म॑ दौक्षेण अफ्रीका से लौटा शख्स निकला कोरोना पॉजिटिव


OMICRON SCARE : महाराष्ट्र म॑ दौक्षेण अफ्रीका से लौटा शख्स निकला कोरोना पॉजिटिव 

दक्षिण अफ्रीका (CAPE TOWN) से महाराष्ट्र के ठाणे (Thane of Maharashtra) लौटा एक शख्स कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) निकला है. ये शख्स दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन (Cape Town) शहर से पहले दिल्‍ली आया फिर वहां से ठाणे के डोम्बीवली पहुंचा. कल्याण डोम्बीवली नगर निगम की चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रतिभा पान पाटिल  इसकी पुष्टि की है. 

डॉ पाटिल के मुताबिक ये शख्स बीते 24 नवंबर को यहां आया था. जांच के बाद वो कोरोना पॉजिटिव निकला. फिलहान नगर निगम ने उसे क्वांरटीन में रखा हुआ है और उसके संपर्क में आने वाले लोगों को ट्रेस किया जा रहा है. इस बीच उसके भाई की कोविड रिपोर्ट निगेटिव निकली है.

Tuesday, November 16, 2021

भारत हर साल 16 नवंबर को अपना राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाता है।



भारत के राष्ट्रीय प्रेस दिवस का इतिहास
1956 में, पहले प्रेस आयोग ने फैसला किया कि पत्रकारिता के क्षेत्र में पेशेवर नैतिकता को बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका एक ऐसा निकाय बनाना है जो भारतीय पत्रकारों को नियंत्रित करता है और उनकी निगरानी करता है और एक नैतिक प्रहरी के रूप में कार्य करता है।  मीडिया उद्योग के पेशेवरों से गतिविधियों में मध्यस्थता की उम्मीद की गई थी, जिसके बाद 1966 में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की स्थापना की गई थी।

प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया यह सुनिश्चित करने के अलावा कि गुणवत्तापूर्ण रिपोर्ताज बनाए रखा जाता है, पत्रकारिता के उद्देश्यों पर भी नजर रखता है।






Mohd Sameer
Associate Editor KP NEWS Bidar




वरिष्ठ पत्रकार डॉ मसूद, मोहम्मद साबेर खान समीर एसोसिएट एडिटर केपी न्यूज बीदर 


Manmohan Patre
Editor In Chief


किसी राष्ट्र का विकास इस बात पर निर्भर करता है कि उसका प्रेस कितना स्वतंत्र है।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं आइए मीडिया को सुरक्षित रखने का प्रयास करें क्योंकि यह किसी भी लोकतांत्रिक राष्ट्र का चौथा स्तंभ है।
इस राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर, आइए मीडिया की रक्षा करके लोकतंत्र को जीवित रखने का संकल्प लें! कड़ी मेहनत करने वाले सभी लोगों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं।

प्रेस की स्वतंत्रता किसी भी देश के लिए सबसे कीमती विशेषाधिकारों में से एक है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं


KHUSRU AHMED
BIDAR









Tuesday, November 9, 2021

पत्रकारों के लिए खतरनाक देशों की लिस्ट में किस नंबर पर है भारत




अफगानिस्तान, सीरिया और यमन जैसे देशों में चल रहे युद्ध व अन्य संकटों के कारण तमाम लोगों को अपनी जान से हाथ गंवाना पड़ रहा है। इन देशों में जान गंवाने वालों में सेना के साथ न सिर्फ आम नागरिक शामिल हैं, बल्कि इन देशों में युद्ध को कवर कर रहे कई पत्रकारों की भी मौत हो चुकी है।

हालांकि, भारत में युद्ध या इस तरह का कोई संकट नहीं है। इसके बावजूद इस देश को पत्रकारों के लिए तीसरे सबसे खतरनाक राष्ट्र के रूप में स्थान दिया गया है। मार्केटिंग और कंज्यूमर डाटा कंपनी ‘स्टेटिस्टा’ (Statista) की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में भारत में तीन पत्रकारों की हत्या के साथ ही यह पत्रकारों के लिए तीसरे सबसे खतरनाक देशों की लिस्ट में शुमार है।


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देश मैक्सिको है, इसके बाद अफगानिस्तान और फिर भारत का नंबर है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स‘ (Reporters Without Borders) ने अपने काम के दौरान मारे गए पत्रकारों की संख्या 39 गिनी थी। वर्ष 2012 में यह संख्या सबसे ज्यादा 144 थी।  

‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स‘ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2018 में भी इराक और सीरिया के बाद भारत को पत्रकारों के लिए तीसरा सबसे खतरनाक देश माना गया था।

उस समय बिहार में पत्रकार राजदेव रंजन और झारखंड में अखिलेश प्रताप सिंह की 24 घंटे के भीतर हुई हत्याओं ने मीडियाकर्मियों के लिए भारत को तीन सबसे खतरनाक देशों में शुमार कर दिया था। इस साल जिन अन्य देशों में पत्रकार मारे गए, उनमें अजरबैजान, बांग्लादेश, चीन, कोलंबिया, जॉर्जिया, ग्रीस, लेबनान, पाकिस्तान, फिलिस्तीन, नीदरलैंड, सोमालिया, सीरिया, तुर्की व यमन शामिल हैं।

पत्रकारों के लिए खतरनाक देशों की लिस्ट में किस नंबर पर है भारत




अफगानिस्तान, सीरिया और यमन जैसे देशों में चल रहे युद्ध व अन्य संकटों के कारण तमाम लोगों को अपनी जान से हाथ गंवाना पड़ रहा है। इन देशों में जान गंवाने वालों में सेना के साथ न सिर्फ आम नागरिक शामिल हैं, बल्कि इन देशों में युद्ध को कवर कर रहे कई पत्रकारों की भी मौत हो चुकी है।

हालांकि, भारत में युद्ध या इस तरह का कोई संकट नहीं है। इसके बावजूद इस देश को पत्रकारों के लिए तीसरे सबसे खतरनाक राष्ट्र के रूप में स्थान दिया गया है। मार्केटिंग और कंज्यूमर डाटा कंपनी ‘स्टेटिस्टा’ (Statista) की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में भारत में तीन पत्रकारों की हत्या के साथ ही यह पत्रकारों के लिए तीसरे सबसे खतरनाक देशों की लिस्ट में शुमार है।


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देश मैक्सिको है, इसके बाद अफगानिस्तान और फिर भारत का नंबर है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स‘ (Reporters Without Borders) ने अपने काम के दौरान मारे गए पत्रकारों की संख्या 39 गिनी थी। वर्ष 2012 में यह संख्या सबसे ज्यादा 144 थी।  

‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स‘ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2018 में भी इराक और सीरिया के बाद भारत को पत्रकारों के लिए तीसरा सबसे खतरनाक देश माना गया था।

उस समय बिहार में पत्रकार राजदेव रंजन और झारखंड में अखिलेश प्रताप सिंह की 24 घंटे के भीतर हुई हत्याओं ने मीडियाकर्मियों के लिए भारत को तीन सबसे खतरनाक देशों में शुमार कर दिया था। इस साल जिन अन्य देशों में पत्रकार मारे गए, उनमें अजरबैजान, बांग्लादेश, चीन, कोलंबिया, जॉर्जिया, ग्रीस, लेबनान, पाकिस्तान, फिलिस्तीन, नीदरलैंड, सोमालिया, सीरिया, तुर्की व यमन शामिल हैं।