जबलपुर से इन्द्रजीत कोष्टा की रिपोर्ट -
अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के भर्ती होने से अन्य गंभीर रोगों के इलाज के लिए यहां-वहां भटकने की नौबत
क्लीनिक बंद होने से भी बढ़ गई समस्या
कोरमा का कहर दूसरी बीमारियों के पीड़ित उपचार के लिए भटक रहे हैं दूसरी लहर में संक्रमित बढ़ने पर सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में तेजी से कोविड-19 बेड बढ़ाए गए ज्यादातर अस्पतालों में कोविड-19 भर्ती किए जाने से अन्य बीमारियों के पीड़ितों को जांच व उपचार कराने में परेशानी हो रही है सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों की भीड़ है निजी अस्पतालों की ओपीडी और क्लीनिक में कई डॉक्टर बैठ नहीं रहे इससे रूटीन जांच कराने वाले बीपी डायबिटीज गायनिक मरीज भी की मुश्किलें बढ़ गई हैं ऑपरेशन टलने और बिना परीक्षण दवा की खुराक लिख दिए जाने से कई मरीजों की हालत घर में बिगड़ रही है अस्पताल non-govt मरीज को आसानी से भर्ती नहीं कर रहे हैं